कोई चाहता है कि उसके दांतों पर एक शानदार चमक आए, जिससे उनकी मुस्कान और भी बेहतर हो सके । लेकिन यह सभी के लिए संभव नहीं है, क्योंकि टैटार, प्लाक और कैलकुलस दांतों की सड़न का कारण बन सकते हैं। ये देखने मे काले और भूरे रंग के दिखाई देते है, जिससे दांतों की चमक खत्म हो जाती है।
स्वस्थ संबंध बीमारियों से निजात पाने के लिए आप बहुत से उपाय कर सकते हैं। दांतों पर बैक्टीरिया का जमा होना दांतों पर टैटार, प्लाक और कैलकुलस के लिए जिम्मेदार है। अगर आप दाँतों के इन्फेक्शन का इलाज करना चाहते है, तो यहाँ हम आपको कुछ उपयुक्त जानकारी देने जा रहे है ।
टार्टर, प्लाक, और कैलकुलस का जल्दी इलाज नहीं किया गया तो दाँतों की सदन बढ़ सकती है । आगे का उपचार रूट कैनाल के माध्यम से या दांत को निकालकर किया जा सकता है।
दांतों में टार्टर, प्लाक, और कैलकुलस कैसे होता है?
दांतों में टैटार, प्लाक और कैलकुलस होने के निम्न में से कोई भी कारण हो सकते हैं।- दांतों को ठीक से ब्रश न करना- फ्लॉसिंग को ठीक से न करना – खाना खाने के बाद मुँह ठीक से न धोना – ज्यादा मीठा खाना – गुटका सेवन करना – बोहोत ज्यादा धूम्रपान करना- डेंटिस्ट से नियमित चेक न कराना
दाँतों से टार्टर, प्लाक, और कैलकुलस को कैसे निकाले?
अगर आप दांतों को टैटार, प्लाक और कैलकुलस से बचाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको या तो घरेलु उपचार करने होंगे या फिर डेंटिस्ट के पास जाकर इलाज कराना होगा।
1. ब्रशिंग ठीक से करना
ब्रश करना हर किसी के लिए जरुरी है जो आपके दांतों को उससे जुड़ी सभी समस्याओं से दूर रखती है। ब्रश करने से दांतों से प्लाक और अन्य बैक्टीरिया निकल जाते हैं। यह दांतों की सड़न को रोकता है और उन्हें मजबूत बनाता है। ब्रश करने के दौरान ब्रश को दांतों के दोनों तरफ से अच्छी तरह ब्रश करना चाहिए। सुबह उठने के बाद और रात को सोने से पहले ब्रश को दिन में दो बार करें।
2. फ्लॉसिंग ठीक से करना
आपके दांतों के अंदरूनी हिस्सों में फंसा खाना निकालना मुश्किल है क्योंकि आपका ब्रश वहां तक नहीं पहुंच सकता। फ्लॉसिंग करने से आपके दांतों के अंदरूनी हिस्सों से खाने को निकालना आसान हो जाता है। यह दिन में कम से कम एक बार किया जाना चाहिए, दांतों के अंदरूनी हिस्सों से छोटे छोटे खाने के हिस्सों को निकलने के लिए ये सबसे अच्छा तरीका है।
3. अच्छे तरीके से मुँह धोना
यदि खाना खाने के बाद मुंह को ठीक से नहीं धोया जाता है, तो खाने के छोटे-छोटे कण मुंह में रह जाएंगे। यह दाँतों और मसूड़ों पर बोहोत ज्यादा बैक्टीरिया का जमा कर सकता है जो टार्टर, प्लाक, और कैलकुलस के लिया जिम्मेदार होता है ।
4. मीठा खाना काम खाना
खाने में शुगर के होने से मुँह में बैक्टीरिया जमा होना शुरू होता है । शुगर धीरे-धीरे दांतों और मसूड़ों पर जमा होने लगती है, जिससे कुछ ही समय में दांतों पर बैक्टीरिया जमा होने लगते हैं। ये बैक्टीरिया आगे टैटार, प्लाक और कैलकुलस को बढ़ावा देते हैं।
5. बेकिंग सोडा का इस्तेमाल
बेकिंग सोडा दाँतों को साफ़ करने में गुणकारी होता है । इसमें आपको बेकिंग सोडा लेना है और उसमें थोड़ा सा नमक डालके घोलना है । शुगर धीरे-धीरे दांतों और मसूड़ों पर जमा होने लगती है, जिससे कुछ ही समय में दांतों पर बैक्टीरिया जमा होने लगते हैं। ये बैक्टीरिया आगे टैटार, प्लाक और कैलकुलस को बढ़ावा देते हैं। इससे दाँतों और मसूड़ों पर जमा हुआ टार्टर, प्लाक, और कैलकुलस काफी साफ़ हो सकता है ।
6. ऑरेंज के छिलके दाँतों पर रगड़े
संतरे के छिलकों में बैक्टीरिया और अन्य सूक्ष्म जीवों को मारने की शक्ति होती है। यहां आपको संतरे के छिलके को मसल कर दांतों पर मलना है। इससे दांतों पर जमा बैक्टीरिया साफ हो सकते हैं।
7. ऑइल पुलिंग
ऑइल पुल्लिंग यह एक बोहोत सरल प्रक्रिया है, जो दांत और उसके संभंधित तकलीफों को दूर रखता है । यह प्रक्रिया लोग काफी सदियों से इस्तेमाल करते आ रहे है । यहाँ आपको नारियल तेल को मुँह में रखना है, उसको अच्छे से गरारा करके बाहर फेकना होगा । यह तेल टार्टर, प्लाक, और कैलकुलस काफी साफ़ कर सकते है ।
डेंटिस्ट से इलाज
जैसे बहुत सारे दाँतों में इन्फेक्शन संभंधित इलाज हम डेंटिस्ट से करते है, वैसे ही टार्टर, प्लाक, और कैलकुलस का इलाज भी हम डेंटिस्ट के द्वारा कर सकते है । डेंटिस्ट आपके दातों को अच्छे से साफ़ करके उसमे चमक लाएंगे । इसके अलावा डेंटिस्ट आपको कुछ दवा भी दे सकते है जो दांत साफ़ और सफ़ेद रखने में उनकी मदद कर सकते हैं ।