दांत हर इंसान के लिए बहुत जरूरी होते हैं, जो खाना चबाने में मदद करते हैं। कई बार देखा गया है कि ऊपर से दांत भले ही ठीक दिखते हों, लेकिन कभी–कभी ब्रश करने के दौरान मसूड़ों से खून निकल आता है। अक्सर यह देखा गया है कि मसूड़ों में सूजन के कारण मसूड़ों से खून निकलता है।
मसूड़े की बीमारी व्यक्ति के लिए बहुत दर्द और अन्य समस्या का कारण बनती है। इस समस्या का मुख्य कारण मसूड़ों में इन्फेक्शन पाया गया है। इसका सही समय पर इलाज करना बहुत जरूरी है, नहीं तो यह समस्या और बढ़ जाती है। हम मसूड़े की बीमारी के बारे में सभी पहलुओं से संबंधित अधिक विस्तार से देखेंगे।
मसूड़ों में इन्फेक्शन का क्या कारण है?
मसूड़ों में इन्फेक्शन मुख्यतः 2 प्रकार का होता है।
गिंगिविटीज़
गिंगिविटीज़, यह इन्फेक्शन का पहला चरण है। इसमें मसूड़ों में हल्की सूजन, खाने और ब्रश करते समय खून बहने लगता है और मसूड़ों में लाल निशान दिखाई देते हैं। इस चरण के दौरान मसूड़े की बीमारी के लक्षण बहुत कम देखे जाते हैं।
पीरियोडोंटाइटिस
पीरियोडोंटाइटिस, यह इन्फेक्शन का दूसरा चरण है और यह तब होता है जब गिंगिविटीज़ का ठीक से इलाज नहीं किया जाता है। पीरियोडोंटाइटिस के इन्फेक्शन में मसूड़ों में बहुत दर्द होता है, यह दर्द जबड़े तक पहुँच जाता है, इसमें मसूड़े मुलायम हो जाते हैं और दांतों की पकड़ ढीली हो जाती है। इससे दांत गिरने की भी संभावना रहती है।
मसूड़ों में दर्द के क्या कारण है?
मसूड़ों में अधिक मात्रा में पाये जाने वाले बैक्टीरिया ही मुख्य रूप से मसूड़ों की परेशानी का कारण होते हैं। यह बैक्टीरिया कई तरह से होता है जैसे मिठाई, चॉकलेट, कोल्ड ड्रिंक, यह किसी भी तरह के खाने के कारण होता है।
मसूड़ों में दर्द के कुछ अन्य कारण हो सकते हैं:
- शराब और तंबाकू युक्त चीज़ो का सेवन
- अधिक तीखा और गर्म खाना
- धूम्रपान अधिक करना
- च्युइंग गम या टॉफी खाना
मसूड़ों में संक्रमण का क्या इलाज है?
मसूड़ों में संक्रमण का इलाज या तो कुछ घरेलू तरीकों से या फिर डेंटिस्ट के पास जाकर किया जा सकता है। यहां आपको दोनों प्रकार के उपचार कुछ विस्तार से देखने को मिलेंगे।
आइए जानते हैं कुछ ऐसे उपाय जिससे आप मसूड़ों की समस्या से राहत पा सकते हैं:
घरेलू उपचार
1. नमक का पानी
मसूड़ों और दांतों से जुड़ी कई समस्याओं के लिए नमक का पानी बहुत फायदेमंद होता है। नमक के पानी से गरारे करने से मसूड़ों का दर्द और दांतों से जुडी बहुत सी परेशानियां कम हो सकती हैं।
2. हल्दी पाउडर का प्रयोग
हल्दी पाउडर को हल्के हाथों से मसूड़ों पर लगाने से आपके मसूड़ों की परेशानी कम हो सकती है। हल्दी में पाया जाने वाला “करक्यूमिन” “एंटी-ऑक्सीडेंट” की भूमिका निभाता है, जो मास्टोडन की समस्या को काफी हद तक दूर करता है।
3. बेकिंग सोडा
बेकिंग सोडा में बैक्टीरिया को मारने की क्षमता होती है जो मसूड़ों की परेशानी को कम कर सकते हैं। बेकिंग सोडा का पेस्ट बनाकर आप इसे कुछ देर के लिए मसूड़ों पर लगा सकते हैं, इससे बहुत सारे बैक्टीरिया खत्म हो जाएंगे और मसूड़ों की सूजन भी कम हो जाएगी।
4. नींबू पानी
नींबू में पोटैशियम, विटामिन सी और विटामिन ए अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। यह न केवल मसूड़ों से बैक्टीरिया कम करने में मदद करता है, इसके अलावा यह वहां की सूजन को ठीक करने में भी फायदेमंद होगा। इससे मसूड़े बहुत जल्दी ठीक हो जाते हैं और मसूड़े भी मजबूत हो जाते हैं।
5. एलोवेरा
एलोवेरा में बहुत सारे एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो मसूड़ों से बैक्टीरिया को कम करते हैं। एलोवेरा की मदद से मसूड़ों की सूजन भी काफी कम हो जाती है। यह मसूड़ों को मजबूत बनाने में बहुत मदद करता है।
दंत चिकित्सक उपचार:
1. मसूड़ों के इन्फेक्शन की दवा
डेंटिस्ट मसूड़ों में दर्द का कारण अच्छी तरह से देख कर पता कर सकते हैं। जिस प्रकार का दर्द होगा, उस प्रकार के मसूड़े के इन्फेक्शन की दवा दी जाएगी, जिससे मसूड़े ठीक हो जाएंगे।
2. मसूड़ों की परेशानी का इलाज
अगर मसूड़ों में दर्द का कोई और कारण है तो डेंटिस्ट इसकी अच्छी तरह जांच करेंगे। वे उस पर उचित दवा देंगे।
ये हैं मसूड़ों में इन्फेक्शन का इलाज के कुछ उपाय, जो मसूड़ों की समस्या को दूर कर सकता है। मसूड़ों में इन्फेक्शन को रोकने के लिए जरूरी है कि इसकी उचित देखभाल की जाए। आप दंत चिकित्सक क्लिनिक में सभी उपचार प्राप्त कर सकते हैं।
विशेषज्ञ की राय
- मसूड़ों की समस्याएं बहुत आम हैं जिनका उचित उपचार से इलाज किया जा सकता है। अगर आप शुरूआती दौर में ही सारे घरेलू उपाय कर लें तो मसूड़ों की समस्या से बच सकते हैं।